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सचिन तेंदुलकर के 33 रोचक तथ्य Sachin Tendulkar In Hindi

सचिन तेंदुलकर के 33 रोचक तथ्य 

    Sachin Tendulkar In Hindi




क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के आउट होते ही आधा भारत टीवी देखना बंद कर देता था। 
क्रिकेट तो सर Don Bradman से लेकर Brian Lara तक, कईयों ने खेला है. लेकिन आखिर क्यों मास्टर-ब्लास्टर को ही ‘The God of Cricket’ कहा जाता है. क्यों पूरी दुनिया इस एक क्रिकेटर की मुरीद है. भारत में Sachin Ramesh Tendulkar के अलावा शायद ही कोई ऐसी शख्सियत रही है जिसे ‘भारत-रत्न’ बनते देखने के लिए लोगों में इतनी उत्सुकता और उतावलापन देखने को मिला हो.
 आज हम “Sachin Tendulkar” और उनकी निजी जिंदगी के बारे में कुछ ऐसी बातें बताएगें जिन्हें उनके फैन हमेशा से जानने के लिए उत्सुक होगें.



1. एक बार सचिन छत पर खेल रहे थे तभी ऊपर से एक हैलीकाॅपटर गुजरा ओर उनकी उंगली कट गई।
2. यह बेहद कम लोग ही जानते हैं कि सचिन तेंदुलकर अपने पिता रमेश तेंदुलकर की दूसरी पत्‍नी के पुत्र है। रमेश तेंदुलकर की पहली पत्‍नी से तीन संताने हुई, अजीत, नितिन और सविता तीनों सचिन से बड़े है।
3. सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर प्रसिद्ध संगीतकार सचिन Dev Burman के बहुत बड़े फ़ैन थे. उन्होंने अपने बेटे का नाम भी उन्हीं के नाम पर रखा.
4. स्कूल टाइम में सचिन अपने दोस्तों के साथ वड़ा पाव खाने का कॉम्पीटीशन रखते थे। विनोद कांबली को वे कई बार इस रेस में हरा चुके हैं।


5. स्कूली जीवन में उनके अच्छे दोस्त अतुल रानाडे ने उनके घुंघराले बालों के कारण उन्हें लड़की समझ लिया था।
6. बचपन में यदि सचिन नेट्स में पूरा सत्र बिना आउट हुए खेल लेते, तो उनके कोच ‘रमाकांत अचरेकर’ उन्हें एक सिक्का देते थे. सचिन के पास ऐसे 13 सिक्के हैं.
7. मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में 1988 में खेले एक दिवसीय अभ्यास मैच में सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के लिए फ़ील्डिंग की थी.


8. जब सचिन महज 14 साल के थे, तब Sunil Gavaskar ने उन्हें बहुत ही हल्के पैड तोहफे में दिए थे। अंडर-15 टीम के कैंप के दौरान Indore में वे पैड चोरी हो गए थे।
9. गेंदबाजों को दिन में तारे दिखाने वाले सचिन को नींद में चलने की बीमारी है। एक बार एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने इस बात का खुलासा किया था। उनकी इसी आदत के कारण अकसर उनके घरवाले और टीम के साथी खिलाड़ी परेशान रहते हैं।
10. सचिन तेंडुलकर Left Hander हैं। जी हां, यह सच है। वैसे तो सचिन सीधे हाथ से बल्लेबाजी करते हैं। बॉलिंग में भी उनका सीधा हाथ काम करता है, लेकिन Autograph देने के लिए वे बायें हाथ का इस्तेमाल करते हैं।
11. Dennis Lillee और सचिन तेंदुलकर के रिश्ते पर काफ़ी बात हुई है. M.R.F के फाउंडर लिली ने ही सचिन को गेंदबाजी छोड़ बल्लेबाजी पर ध्यान देने की सलाह दी थी. लिली ने जिन खिलाड़ियों को तेज़ गेंदबाज़ बनने से मना किया उनमें Sourav Ganguly भी शामिल थे.
12. 1995 में सचिन तेंदुलकर नकली मूंछ-दाढ़ी और चश्मा लगाकर फ़िल्म ‘रोजा’ देखने गए थे, लेकिन उनका चश्मा गिरते ही सिनेमा हॉल में मौजदू लोगों ने उन्हें पहचान लिया.

13. दिलचस्‍प तथ्‍य यह है कि सचिन जब कभी भी टीम के साथ बस में होते हैं तो वे हमेशा पहली पंक्ति में बायीं तरफ की खिड़की वाली सीट पर बैठते हैं।
14. सचिन तेंदुलकर 14 साल की उम्र में मुंबई की रणजी टीम में शामिल हुए. इतनी कम उम्र में मुंबई की Ranji Team में शामिल होने वाले वे पहले खिलाड़ी थे.
15. Sachin ने Pakistan के ख़िलाफ़ अपने पहले टेस्ट मैच में सुनील गावस्कर से उपहार में मिले पैड्स को पहन कर खेला था.
16. 1996 के विश्वकप में सचिन के बल्ले पर किसी भी कंपनी का लोगो नहीं था. विश्वकप के तुरंत बाद टायर बनने वाली कंपनी MRF ने उनसे करार कर लिया था.
17. सचिन तेंदुलकर ने रणजी, दलीप और ईरानी ट्राफ़ी के अपने पहले ही मैचों में शतक जमाए. ऐसा करने वाले वे भारत के एकमात्र बल्लेबाज़ हैं. उनका यह रिकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोड़ पाया है.
18. सचिन ने अपने ज्यादातर बड़े स्कोर गोकुलाष्टमी, होली, रक्षा बंधन और दीपावली जैसे भारतीय त्योहारों पर ही बनाए हैं।
19. सचिन ने अपने टेस्ट करियर में कभी तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी नहीं की। बतौर सेकंड ओपनर वे कुल 1 बार उतरे।
20. सचिन के नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज है। वे जिस भी Ranji Match में खेले हैं, उनकी टीम हर बार विजयी रही है।
21. एकमात्र रणजी मैच जिसमें सचिन हारी हुई मुंबई टीम का हिस्सा थे वह Haryana के खिलाफ था।
22. सचिन जब भी बल्लेबाजी के लिये उतरे, मैदान पर कदम रखने से पहले वह सदैव सूर्य देवता को नमन करते।
23. क्रिकेट के प्रति उनका लगाव एक घटना से लगाया जा सकता है। वर्ल्ड कप 1999 के दौरान जब उनके पिताजी का निधन हुआ तो वह पिता की अन्त्येष्टि में शामिल हुए और वापस मैच खेलने लौट गये। अगले मैच में सचिन ने शतक ठोककर अपने दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि दी।
24. सचिन अपनी Ferrari के इतने दीवाने हैं कि वे अपनी पत्नी Anjali को भी इसे चलाने नहीं देते.
25. Third Umpire द्वारा आउट दिए जाने वाले पहले बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं. 1992 में, डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ़ खेले जा रहे टेस्ट मैच के दूसरे दिन जोंटी रोड्स के थ्रो के बाद यह मामला तीसरे अंपायर को रेफ़र किया गया. अंपायर कार्ल लाएबनबर्ग ने सचिन को आउट करार दिया था.

26. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सचिन 1990 में पहली बार टीवी पर दिखे. इसके बाद वे Kapil Dev के साथ कई विज्ञापनो में नज़र आए. सचिन तेंदुलकर पहली बार एक दवा कंपनी के ‘प्लास्टर’ के विज्ञापन में नज़र आये थे।
27. बच्चे, महिलाएं, बुर्जुग हर उम्र के लोग सचिन के दीवाने हैं. यही वह क्रिकेटर है, जिसने क्रिकेट को घर-घर पहुंचा दिया. कहा जाता है कि “सचिन के आउट होते ही आधा भारत टीवी बंद कर देता था”.
28. सचिन तेंदुलकर का बैट लगभग 1.5 किलोग्राम का होता था. इतना भारी बल्ला सिर्फ़ दक्षिण अफ्रीका के लांस क्लूजनर इस्तेमाल करते थे.
29. सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली को ‘बाबू मोशाय’ कहते हैं और गांगुली उन्हें ‘छोटा बाबू’ कह कर पुकारते हैं.
30. सचिन के पिता रमेश तेंडुलकर ने सचिन को करियर की शुरुआत में ही शराब और सिगरेट के विज्ञापनों से दूर रहने की सलाह दी थी और सचिन ने भी अपने पिता से ऐसा न करने का वादा किया था।
31. सचिन ने अपना 5000वां, 10000वां और 15000वां रन भारतीय सरजमीं पर बनाए हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि उन्होंने अपना 5000वां और 10000वां रन ईडन गार्डन्स पर पूरे किए और दोनों अवसरों पर विरोधी टीम पाकिस्तान थी।
32. अब सचिन के रिटायरमेंट के बाद उनके बच्चे England के लिए भी खेल सकते हैं। क्योकीं उनकी नानी अन्नाबेल इंग्लैंड की हैं।
33. भारत सरकार की तरफ़ से सचिन तेंदुलकर को पद्म विभूषण, राजीव गांधी अवॉर्ड (खेल), महाराष्ट्र भूषण अवॉर्ड, पद्मश्री, अर्जुन अवॉर्ड और भारत रत्न से सम्मानित किया गया है.

100 शतक, 163 अर्धशतक, 34,000 रन. इन आकड़ों को देख कर यही लगता है न, कि ये किसी टीम का ब्यौरा है? लेकिन जनाब ऐसा नहीं है, क्योंकि यह सिर्फ़ एक खिलाड़ी के आंकड़े हैं. और वो कौन है, नाम बताने की ज़रूरत नहीं. ये आप जान ही गए होगें।


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